कवर्धा :-राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले आदिवासी बैगा आज भी शिक्षा के आभाव के चलते शासन के द्वारा मिलने वाले महत्वपूर्ण लाभों से वंचित रह जाते हैं इसके चलते बैगा आदिवासी विभिन्न समस्याओं से जूझ भी रहें है बता दे कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मजगांव बिरहुल्डीह के आदिवासी परिवारों को छत्तीसगढ़ शासन के कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था. ग्राम पंचायत सचिव द्वारा उनके आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा रही थी बिरहुल्डीह में कई ऐसे बैगा परिवार हैं जिनके सदस्य पैर हाथ से अपंग है ऐसे में उनका विकलांगता प्रमाण पत्र होना आवश्यक था.
परंतु अब तक ऐसे आदिवासी परिवार के सदस्य का अपंग प्रमाणपत्र नहीं बना है कारण इसकी जानकारी नहीं होना.बता दे इस समस्या को देखते हुए आदिवासी समाज सेवी कामू बैगा ने बिरहुल्डीह के कुछ आदिवासी को 28 अप्रैल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे. जहां मुनीबाई बैगा , वीर सिंह बैगा ,रतन सिंह बैगा, भदलू बैगा,का विक्रांता प्रमाण पत्र बनाया गया. ताकि प्रशासन को इसका लाभ मिल सके.
गांव के आदिवासी बैगा ने बताया कि क्षेत्र में कई ऐसे समस्याएं जिनका अभी तक निराकरण नहीं हो पाया है इसके साथ ही गांव में पानी की बड़ी समस्या है पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था नहीं है आज भी थोड़ी दूर जाकर पीने के पानी के लिए पानी लाना पड़ता है इसके साथ ही रोड की स्थिति भी जर्जर हो चुकी है गांव में सीसी रोड की निर्माण कराने की जरूरत है जिसे लेकर बैगा ने पीएचई विभाग को ज्ञापन भी सौंपा .
विभाग अधिकारी ने पानी की समस्या को संज्ञान में लेते हुए यह आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द पानी की व्यवस्था नल की व्यवस्था कराई जाएगी