23 का दंगल सहमात और अपनों से भीतरघात -- कैसे होगा नैया पार

राकेश जायसवाल कवर्धा:- जैसे-जैसे  चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे राजनीति सरगर्मी भी तेज हो गई है आम जनता के बीच आगामी प्रत्याशी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है


जिले की अगर बात करें तो जिले में दो विधानसभा चार ब्लॉक हैं लेकिन आज बात हम पंडरिया विधानसभा की कर रहे हैं 


जहां वर्तमान विधायक ममता चंद्राकर लगभग 36000 मतों से जीत कर विधानसभा पहुंची है जिनकी छवि सहज सरल और सामाजिक पृष्ठभूमि का लाभ है वही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष उनकी मुश्किलें बढ़ा रही है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अर्जुन तिवारी भी क्षेत्र में सक्रिय है लेकिन चुनाव के बाद लगातार 4 वर्षों तक क्षेत्र से नदारद रहने का उनको नुकसान भी होता है  मंत्री मोहम्मद अकबर के खास माने जाने वाले महेश चंद्रवंशी लगातार पंडरिया विधानसभा का दौरा कर रहे हैं वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष और दो बार के जिला पंचायत सदस्य नीलू चंद्रवंशी भी छेत्र में पदयात्रा  जनसंपर्क और चुनावी तैयारी को लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं की बैठक कर रहे है 



वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा की बात करें तो पूर्व विधायक प्रत्याशी रहे मोतीराम चंद्रवंशी चुनाव हारने के बाद भी छेत्र में सक्रिय है वहीं अगर भाजपा इस बार सामान्य वर्ग को टिकिट देती है तो पूर्व सांसद अभिषेक सिंह सांसद संतोष पांडे जिला भाजपा के महामंत्री क्रांति गुप्ता जिला पंचायत सदस्य भावना वोहरा के नामों को लेकर चर्चा है 


वही ओबीसी वर्ग से भाजपा प्रदेश भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गोपाल साहू पूर्व मंडल अध्यक्ष रामस्वरूप साहू जिला पंचायत सदस्य रामकृष्ण साहू कवर्धा जनपद पंचायत अध्यक्ष इंद्राणी दिनेश चंद्रवंशी ज्योति भुनेश्वर चंद्राकर जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष अजीत चंद्रवंशी भी क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं 



वही सरकार के खिलाफ आक्रमक रूप से मुखर होकर बोलने वाले भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी का नाम जेल किसान आंदोलन और अब जिला बदर के कारण जिले से लेकर विधानसभा तक गरमाया हुआ है 


विगत दिनों पंडरिया के सरस्वती शिशु मंदिर मे भाजपा के विधानसभा स्तरीय बैठक भाजपा के क्षेत्रीय सह संगठन महामंत्री की उपस्थिति में हुई थी जहां कार्यकर्ताओं के द्वारा लगातार की जा रही स्थानीय प्रत्याशी की मांग को पुरजोर ढंग से रखा गया था 

बरहाल चुनावी वर्ष में जहां 23 की तैयारी को लेकर दोनों पार्टी की नेता सक्रिय है वही अपनों से नाराज लोगों को मनाने में नेताओ के पसीने छूट रही है 

आज के लिए बस इतना ही अगले विशेषांक में कवर्धा की बातों को लेकर चर्चा करेंगे