कवर्धा। प्रदेश की कांग्रेस सरकार तथा उसके नुमाईंदे पूरे प्रदेश और कबीरधाम जिले में अपराध और अपराधियों को संरक्षण दे रहे है। सरकार की नाकामी और संरक्षण के चलते कांग्रेस के महज चार सालों के कार्यकाल में ही शांति का टापू कहे जाने वाला छत्तीसगढ़ राज्य व धर्म नगरी कबीरधाम अपराध और अपराधियों का गढ़ बन चुका है। हालात इतने बद से बत्तर हो चुके हैं कि अपराधी खुलेआम हत्या, बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म, लूट, चोरी, चाकूबाजी, अपहरण, फिरौती, गांजा, शराब, नशीली दवाओं सहित कीमती खनिजों की तस्करी कर रहे हैं। जिन पर अंकुश लगाने में प्रदेश सरकार और उसकी पुलिस पूरी तरह से विफल हो रही है। उक्त बातें जिला भाजपा के महामंत्री और जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने जारी बयान में कहीं। उन्होने कहा कि अगर अपराध और अपराधियों के मामले में प्रदेश के अंतिम छोर में बसे कबीरधाम जिले की ही बात की जाए तो इन दिनो कबीरधाम जिला अपराधियों की पहली पसंद और शरण स्थली बन चुका है। जहां आए दिन छोटी बड़ी आपराधिक बारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। बीते चार सालों के रिकार्ड को ही देखा जाए तो कबीरधाम जिले में हत्या, बलात्कार, चोरी, उठाईगिरी, लूट, तस्करी, मारपीट, दंगा फसाद जैसे सैकड़ों मामले जिले के थानो में दर्ज हो चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि इन आपराधिक बारदातों को अंजाम देने वाले कई मामलों के आरोपी आज भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं या फिर पुलिस की कमजोर विवेचना के चलते आरोप मुक्त हो चुके हैं और पुन: अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जिसके चलते कबीरधाम जिले के लोगों में भय का वातावरण निर्मित हो चुका है। श्री साहू ने कहा कि यह स्थिति सिर्फ कवर्धा भर की नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश में यही हाल है जहां अपराधिक, आसामाजिक तत्वों का बोलबाला है।
जिले व प्रदेश के लोग असुरक्षित
जिला भाजपा के महामंत्री व जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में प्रदेशवासी और खासकर महिलाएं व बालिकाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही है। महिलाओं के साथ अत्याचार, प्रताडऩा, लूटपाट, छेड़छाड, मारपीट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कबीरधाम जिला मुख्यालय में ही अभी कुछ दिन पूर्व आसामाजिक तत्वों ने एक महिला के साथ सरेबाजार मारपीट की थी, वहीं ग्राम इंदौरी में एक बालिका की निर्मम हत्याकर दी गई। जिले के ग्रामीण व वनांचलों से लगातार बालिकाएं गायब हो रही है लेकिन पुलिस गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद भी उन्हें समय रहते खोज नहीं पा रही है और बाद में उनकी लाश मिल रही है। जिला मुख्यालय कवर्धा का ही एक पत्रकार विवेक चौबे करीब डेढ माह से लापता है लेकिन पुलिस उसे आज तक नहीं खोज पाई है। निश्चित रूप से शासन और पुलिस प्रशासन की इस कार्यशैली से लोगों का कानून व्यवस्था से भरोसा उठ चुका है।
जिले में बाहरी लोगों का जमावड़ा
श्री साहू ने कहा कि पुलिस प्रशासन, प्रदेश सरकार और उनके नुमाईदों की मंशा के अनुरूप कबीरधाम जिले में बाहरी लोगों को संरक्षण दे रही है। श्री साहू ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में काबित हुई तब से कबीरधाम जिले में बाहरी लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अब तो बाहर से आए लोग यहीं के बासिंदे बन गए हैं। इन लोगों ने जिला मुख्यालय कवर्धा से लेकर आसपास के गांवों में अपना डेरा जमा लिया है और इनका नाम बकायदा जिले की मतदाता सूची में दर्ज कर लिया गया है। लेकिन पुलिस को इस बात से कोई सरोकार नहीं है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में इन लोगों का जिले में आने और बसने का मक्कसद क्या है। माना रहा है कि इन्हीं बाहरी लोगों द्वारा ही जिले में आपराधिक बारदातों को अंजाम दिया जा रहा है।
शराब दे रही अपराध को बढ़ावा
भाजपा नेता श्री साहू ने कहा की यह सभी जानते हैं की नशा अपराध की मुख्य जड़ है। ज्यादातर अपराध या तो नशे की हालत में किए जाते हैं या फिर नशे के लिए किए जाते हैं, लेकिन इस बात को प्रदेश की कांग्रेस सरकार नहीं समझ पा रही है और खुलेआम सरकारी नशे का कारोबार कर रही है। श्री साहू ने कहा कि आज प्रदेश की कांग्रेसी सरकार मुख्य रूप से अवैध शराब की बिक्री रोकने वाले आबकारी विभाग के माध्यम से शहर से लेकर गांव गांव में शराब का कारोबार करवा रही है। जिसके चलते हर वर्ग और समुदाय के लोग सुलभता से मिलने वाले सरकारी नशे के आदि हो रहे हैं और अपराध के चंगुल में फंसते चले जा रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्य का विषय है की सरकार नशा का कारोबार कर सिर्फ अपनी तिजोरी भरने में लगी है।