बोड़ला आरटीओ में नहीं थम रहा अवैध वसूली, कथित पत्रकार खुद को मंत्री का करीबी बताकर अधिकारियों में जमा रहा धौंस

कवर्धा। परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के गृह जिले में ही आरटीओ ने लूट मचा रखा है। बोड़ला आरटीओ में हर महीने लाखों रूपए की अवैध वसूली हो रही है। अवैध वसूली के चलते न केवल वाहन चालकों को दिक्कतें हो रही है बल्कि बिना जांच या मानक के वाहनों को पार कराने से प्रदेश के कानून व्यवस्था पर भी बेहद असर पड़ रहा है। आपको बता दें वाहनों की चेकिंग के लिए परिवहन विभाग द्वारा राज्य और जिले के प्रमुख हाइवे पर आरटीओ चेक पोस्ट संचालित किए जा रहे हैं। इन चेक पोस्टों पर वाहन चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। कई वाहन चालक तो विभाग के आला अधिकारियों से मामले की शिकायत भी कई बार कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उन पर मेहरबानी दिखा रहे हैं। बता दें कि इन चेक पोस्टों को शुरु करने का मकसद अवैध परिवहन रोकना, वाहनों से टैक्स वसूलना, अनफिट और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क पर चलने से रोकना और वाहनों की चेकिंग करना है, लेकिन देखा जा रहा है कि इन चेक पोस्टों पर यह सब कार्य करने की बजाए वाहनों से महज वसूली की जा रही है। खास बात यह है कि जिन वाहन चालकों के पास सभी दस्तावेज होते हैं और वह नियम-कायदों के तहत अपने वाहनों को चला रहे हैं। उनसे भी यह चेक पोस्ट पर लगे निजी कर्मचारी जमकर अवैध वसूली करते हैं। कई बार किराए के लोग वाहन चालकों के साथ मारपीट करने लगते है। लेकिन विभाग के आला अफसरों के दबाव में संबंधितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बजाए निजी लोग करते हैं अवैध वसूली चेक पोस्टों पर परिवहन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा वाहनों की चेकिंग करने का काम नहीं किया जाता है। बल्कि वहां लगा रखे निजी लोग यह काम करते हैं। प्राइवेट लोग वाहनों से अवैध वसूली और वाहन चालकों के साथ मारपीट करने का काम कर रहे हैं। सूत्रों से पता चला कि बोड़ला चेक पोस्ट पर अवैध वसूली जोरो पर है। वहीं कुछ एलपीजी गैस व अवैध सामान मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ आने वाले गाड़ियों से बोड़ला चेकपोस्ट पर कानूनी कार्रवाई कराने के बजाय अवैध वसूली कर छोड़ दिया जाता है जिससे प्रदेश में अवैध कामों और अनैतिक घटना भी बढ़ रही है। यही नहीं इसका सबसे ज्यादा असर कबीरधाम जिले पर पड़ रहा है जहां लगातार लूटपाट और चोरी तथा हत्या जैसे वारदातों को अंजाम देने में हथियारों का उपयोग किया जा रहा है। बोड़ला आरटीओ द्वारा कार्य में लापरवाही से जिले वासियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कथित पत्रकार भी है वसूली में शामिल एक कथित पत्रकार खुद को मंत्री का करीबी बताकर शासन को राजस्व का‌ लाखों रुपए का नुक़सान पहुंचा रहे हैं। इनका दंबंगई ऐसा है कि मंत्री के नाम पर विभागीय अधिकारियों से जमकर वसूली की जा रही है। विभागीय अधिकारी भी इस कथित नुमाइंदे से हलाकान हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक खुद को पत्रकार और मंत्री का करीबी बताकर अधिकारियों में धौंस जमाकर हर महीने लाखों रुपए की वसूली कर रहा है। जबकि हकीकत तो यह है कि मंत्री से इनका दूर -दूर तक कोई नाता नहीं हैं। फिर भी मंत्री के नाम पर ही अधिकारियों में धौंस जमाने का सिलसिला जारी है।