आत्मसमर्पित नक्सलियों को ढाई -ढाई लाख रुपए का पुलिस ने दिया प्रोत्साहन राशि, शासन की योजनाओं का भी मिलेगा लाभ…


कबीरधाम |
छत्तीसगढ़ शासन और वरिष्ठ कार्यालयों से मिले दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आत्मसमर्पित पुनर्वास नीतियों का सघन प्रचार-प्रसार से जिले में सक्रिय नक्सली संगठन कान्हा भोरमदेव डीविजन कमेटी अंतर्गत भोरमदेव एरिया कमेटी के नक्सली सचिव और कमांडर दिवाकर किशन कोराम पिता रुकदार कोराम उम्र 28 साल निवासी ग्राम हंदापाल थाना मर्दापाल जिला कोण्डागांव  तथा एरिया कमेटी का महिला सदस्य- देवे उर्फ लक्ष्मी रजवा उम्र 25 साल निवासी ग्राम जब्बगट्टा थाना चिंतागुफा जिला सुकमा ने 23 जून को पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के समक्ष आत्मसमर्पण किये है।

 आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत जिला स्तरीय पुनर्वास समिति की अनुशंसा पर पात्रतानुसार सुविधाएँ उपलब्ध कराया गया, दोनों आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना का लाभ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ, यात्री बसों में 50 प्रतिशत तक की यात्रा में छुट की सुविधा दिया गया है। छत्तीसगढ़ शासन की योजनानुसार कलेक्टर कबीरधाम के द्वारा आवास निर्माण के लिए 75 हजार रूपये का प्रोत्साहन राशि दिया गया, और आत्मसमर्पित नक्सलियों को केन्द्रीय पुनर्वास योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि की चेक प्राप्त होने 6 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के हाथों से दोनों आत्मसमर्पित नक्सली को ढाई -ढाई लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया।

छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास योजना के तहत दी जा रही सुविधाओं से जिले में आत्मसमर्पित नक्सली समाज की मुख्यधारा में जुड़कर खुशहाल व सुरक्षित जीवनयापन कर रहे है। इन दो आत्मसमर्पित नक्सलियों के अलावा जिले में दो नक्सली दंपत्तियों तीजू , वनोजा पति तीजू वेको, और करन हमला, अनिता पति करन हेमला जिन्होंने 13 मार्च को आत्मसमर्पण किए थे और समाज की मुख्यधारा में जुड़कर खुशहाल और सुरक्षित जीवनयापन कर रहे है।

 आत्मसमर्पित नक्सली दंपत्तियों को भी छ.ग. शासन की पुनर्वास योजना का लाभ दिया गया है। जिला पुलिस कबीरधाम के द्वारा क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों को आह्वान किया जाता है कि जंगलों में भूखे-प्यासे इधर-उधर भटकते हुए, असुरक्षित जीवन की राह को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर जीवनयापन करने नक्सली संगठन को छोड़कर सभी आत्मसमर्पण करें और छत्तीसगढ़ सरकार के आत्मसमर्पण पुनर्वास योजना के तहत् दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाते हुए आत्मसमर्पित नक्सलियों की तरह खुशहाल और सुरक्षित जीवनयापन करें।

 पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में विगत दिनों छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजनाओं का प्रचार-प्रसार जिले में पोस्टर अभियान चलाकर चैनर, पोस्टर, पाम्पलेट आदि के माध्यम से जिले के अंदरूनी जंगल क्षेत्र के ग्रामों तथा सघन दुरुस्य जंगल क्षेत्रों में जा-जाकर चैनर, पोस्टर लगाकर प्रचार-प्रसार किया गया है। भविष्य में भी इस तरह की प्रचार-प्रसार का अभियान संचालित किया जायेगा।