भिलाई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता देवेन्द्र यादव ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने उनके कार्यकाल में हुए विभिन्न घटनाओं पर उंगली उठाया हैं | पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता अमर अग्रवाल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ की जनता की सेहत को जितनी क्षति पहुंची, उतना नुक्सान शायद कभी नहीं हुआ। उनकी नीति सदैव गरीब विरोधी आदिवासी विरोधी रही।
बता दें की कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता देवेंद्र ने कहा कि पैतृक रूप से गुड़ाखू जैसी सेहत के लिए नुकसानदेह वस्तु का व्यापार करने वाले पूर्व मंत्री सालों से छत्तीसगढ़ की जनता की सेहत से खिलवाड़ करते आ रहे हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ियों से कोई मतलब नहीं है, बस व्यापार चलना चाहिए। ये वही पूर्व मंत्री हैं जिनके कार्यकाल में 2014 में बिलासपुर में नसबंदी कांड हुआ। ईमानदारी की बात ये है कि ये आज तक साफ़ नहीं हो पाया है कि नसबंदी कराने वाली महिलाओं की मौत के पीछे कौन है, जबकि उस समय यह बात सामने आयी थी कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं पर अवैध रूप से किसी दवा का ट्रायल किया गया है, जो जानलेवा साबित हुई। नसबंदी कराने वाली 19 महिलाओं की मौत हुई थी।
पूर्व मंत्री इस घटनाक्रम के बाद बेशर्मी का लबादा ओढ़े रहे, लेकिन इस्तीफ़ा नहीं दिया। पूर्व मंत्री के कार्यकाल में केवल नसबंदी कांड ही नहीं हुआ। गर्भाशय कांड भी इन्हीं मंत्री के समय हुआ। माताओं के गर्भाशय निकाल दिए गए। नेत्र कांड भी इन्हीं माननीय के कार्यकाल में हुआ। ये वो नेता हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों की आँखों की रौशनी छीनने का अपराध किया। बावजूद इसके बेशर्म पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी कुर्सी नहीं छोड़ी। और आज वही शख्स छत्तीसगढ़ की जनता के हित में तत्पर सीएम भूपेश बघेल का इस्तीफ़ा मांग रहा है।
मैं अमर अग्रवाल जी के मजबूरी को समझ सकता हूँ कि उन्हें व्यवसाय के साथ साथ राजनीति में भी सक्रियता दिखानी है इसका मतलब यह नहीं कि वे छत्तीसगढ़ की जनता को बरगलाने और भ्रम की राजनीति को बढ़ावा दें। प्रदेश की जनता ने उन्हें 15 साल अवसर दिया तब केवल यहां के लोगों और संपदाओं का दोहन शोषण भाजपा सरकार ने किया और उसी सरकार के प्रमुख चेहरे अमर अग्रवाल बने रहे। अब जनता ने रमन सिंह और उनके पूरी टीम को पोवेलियन में लौटा दिया है। भाजपा विपक्ष में भी पूरी तरह मुद्दा विहीन है।