शिवसेना ने एक्शन के पीछे बताया ये कारण-
शिवसेना के एक बयान में कहा गया है कि शिंदे को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल होने के चलते उन्हें हटा दिया गया है। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में विद्रोह से पैदा हुआ था, जो अन्य विधायकों के साथ गुवाहाटी में रहे और उनका समर्थन किया। उद्धव ठाकरे ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया।
इससे पहले शुक्रवार को, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के एक बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री का पद देने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यदि भाजपा और अमित शाह अपने वादे पर कायम रहते तो इस वक्त भाजपा का मुख्यमंत्री होता।
महाराष्ट्र में 4 जुलाई को होगा फ्लोर टेस्ट-
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में आगामी 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट होगा। एकनाथ शिंदे का 170 विधायकों के समर्थन का दावा किया। सुप्रीम कोर्ट से उद्धव गुट को एक और झटका लगा है। विधायकों की अयोग्यता के मुद्दे पर जल्द सुनवाई से अदालत ने इनकार कर दिया। कोर्ट ने साफ किया कि 11 जुलाई को ही सुनवाई होगी।
आपको बता दें कि राज्य में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना ने भाजपा से पांच साल के कार्यकाल के दौरान दोनों दलों के लिए 2.5-2.5 साल के मुख्यमंत्री पद की मांग की थी, जिस पर बाद में सहमति नहीं बन पाई थी। शिवसेना ने तब सरकार बनाने के लिए विरोधी राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।