नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने प्रदुषण को ले के एक नया कदम उठाया हैं | बाजार मे एक जुलाई यानि कि आज से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया हैं |सिंगल यूज प्लास्टिक में डिस्पोजल, चम्मच, पालीस्टाइनिन थर्मोकोल सहित 100 माइक्रान कम मोटाई वाली प्लेट, कप, गिलास, कटलरी, मिठाई के डिब्बों, मिठाई लपेटने वाली झिल्लि शामिल हैं | प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण सिंगल यूज प्लास्टिक हैं क्यूंकि नाम से ही पता लग रहा हैं कि सिंगल यूज प्लास्टिक एक ही बार काम में आता है और इनका उपयोग दोबारा नही किया जा सकता हैं | लोग इनका उपयोग कर फेंक देते हैं, जिससे प्रदुषण दिन प्रतिदिन बढ़ रहा हैं |नगर निगम ने भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के आदेश के बाद निगरानी के लिए 70 वार्डों में जांच के निर्देश दिए हैं। और पकड़ें जाने पर जुर्नना भी लग सकता हैं |
छत्तीसगढ़ प्लास्टिक निर्माता संघ ने तो अपनी मांगों को लेकर केंद्र को चिट्ठी भी लिखी है।संघ के अध्यक्ष संतोष जैन ने बताया कि पूर्ण प्रतिबंध की अपेक्षा इनकी मोटाई बढ़ाने पर जोर दिया जाए। हमारे व्यापारी संघ ने केंद्र को पत्र भी भेजा है।