सरगुजा । छत्तीसगढ़ के सरगुजा में स्थित हसदेव अरण्य को बचाने के लिए बीते 97 दिनों से आंदोलन जारी है। इस मामले में जहां विपक्ष भूपेश बघेल सरकार पर हमलावर है,तो वही खुद सरकार के मंत्री और अंबिकापुर विधायक टीएस सिंहदेव ने भी ग्रामीणों के साथ उनके हक़ की आवाज़ बुलंद करके सीएम भूपेश बघेल को पसोपेश में डाल दिया है।फिर हाल इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी बड़ा बयान सामने आया है।
सिंहदेव कहेंगे तो एक डाल नहीं कटेगी:सीएम भूपेश
हसदेव अरण्य मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान देते हुए कहा है कि टीएस सिंहदेव हमारी कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री हैं और अंबिकापुर के विधायक हैं। अगर वह नहीं चाहेंगे, तो पेड़ क्या उसकी एक डाल भी नहीं कटेगी। गौरतलब है कि सीएम भूपेश ने यह बयान सिंहदेव के उस बयान के संदर्भ में दिया है,जिसमे उन्होंने हसदेव अरण्य के आंदोलनकारी ग्रामीणों के साथ खड़े रहने और गोली चलने की नौबत में खुद पहली गोली खाने की बात कही थी।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को अगर मालूम है कि इतना विरोध हो रहा है ,तो उनको भारत सरकार से सरगुजा मेंआबंटित कोल आबंटन निरस्त करवा देना चाहिए,इससे न रहेगा बांस और न बजेगी बांसुरी। भूपेश बघेल ने आगे कहा कि खदान आबंटन का कार्य केंद्र सरकार का है।बीजेपी को केंद्र सरकार के सामने विरोध करना चाहिए ,क्योंकि कोल ब्लॉक आवंटन केंद्र सरकार ने किया है ।
मेरे चाहने से कुछ नहीं होता :सिंहदेव
सीएम भूपेश बघेल के बयान के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। सिंहदेव ने सीएम भूपेश के बयान पर कहा कि प्रश्न मेरे चाहने का नहीं हैं। मैंने पहले भी सार्वजनिक तौर पर कहा था कि मेरी राय खदान के लिए पेड़ ना कटने की भी हो सकती है ,लेकिन खदान के लिए जिनकी जमींन जा रही है वह खदान चाहेंगे ,तब मेरी बात मायने नहीं रखती। सिंहदेव ने आगे फिर साफ़ किया कि ग्रामीण जो चाहते है,वह मायने रखता है।