नई दिल्ली। देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेताओं को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इन महान नेताओं की याद में बनाए गए आदमकद प्रतिमाएं देश के करोड़ों नागरिकों के लिए आदर्श और प्रेरणा स्रोत बनेंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज, सुभाष चंद्र बोस की 30 फुट ऊंची प्रतिमा को तैयार करेंगे जिसे इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति स्थल के पीछे भव्य छतरी के नीचे स्थापित किया जाएगा।
योगीराज ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फुट ऊंची प्रतिमा भी तैयार की थी, जिसका अनावरण पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती से पहले, प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि स्वतंत्रता आंदोलन में बोस के योगदान का सम्मान करने के लिए इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि योगीराज एक जून को दिल्ली आने पर मूर्ति का चेहरा तराशेंगे और यह काम 15 अगस्त तक पूरा होने वाला है। प्रधानमंत्री ने इससे पहले जब उन्हें पिछले महीने दो फुट की प्रतिकृति भेंट की गई थी तो योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा के संस्करण को मंजूरी दी थी। पीएम मोदी ने बाद में मॉडल की तस्वीर के साथ योगीराज से मुलाकात के बारे में ट्वीट किया था। केदारनाथ में स्थापित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के निर्माण के अलावा, योगीराज के अन्य कार्यों में मैसूरु में महाराजा जयचामराजेंद्र वडेयार की 14.5 फुट की सफेद संगमरमर की प्रतिमा और स्वामी रामकृष्ण परमहंस की आदमकद सफेद संगमरमर की प्रतिमा शामिल है।