जांजगीर | प्रदेश के जांजगीर-चांपा का दिल दहला देने वाला
मामला सामने आया हैं, जिसमे 10
साल का राहुल अपने घर के पीछे खेत पर हुए 80
फीट गहरी बोरवेल में कल दोपहर 2 बजे के आस-पास से फंसा हुआ हैं | पिहारिद
गांव का निवासी राहुल साहू, पिता लाला साहू, रोज
की तरह राहुल शुक्रवार दोपहर में घर के पीछे अपनी ही बाड़ी में खेल रहा था। दोपहर 2
बजे के बाद उसका कुछ खबर ना मिलने पर परिजनों के ढूंढने पर बोरवेल के लिए किया गया गड्ढे
के पास जाकर देखने पर पता चला कि अंदर से बच्चे की रोने की आ रही है। बोरवेल का
गड्ढा 80 फीट गहरा है। बच्चा लगभग 50
फीट गहराई में फंसा हुआ है। मौके पर आस-पास के लोग मौजूद थे |
प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है और प्रयास कर
रही है कि जल्द ही राहुल को निकाल लिया जाए। प्रशासन ने कहा है कि 65
फीट की खुदाई की जाएगी। इसके बाद टनल बनाने का काम शुरू किया जाए। अनुमान लगाया जा
रहा है कि बच्चे को निकालने में अभी कम से कम से 6 से
7 घंटे का वक्त और लग सकता है। प्रशासन ने
शुक्रवार शाम 5 बचे से ये रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया
था। पिछले 18 घंटे से यह जारी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चे को सुरक्षित
निकालने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने बच्चे के माता पिता से फोन पर बात की
है। सीएम ने उन्हें राहुल की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने उनसे
कहा है कि पूरा शासन प्रशासन राहुल की सकुशल वापसी के लिए लगा हुआ है। आप लोग
धैर्य रखें, राहुल की सकुशल वापसी होगी। वहीं सीएम
ने जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात कर पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन का जानकारी
ली है।
जानकारी के अनुसार, बच्चे
ने रात को 1 बजे के आस-पास मूवमेंट करना बंद कर
दिया था। जिसने प्रशासन को चिंता में डाल दिया था। सुबह 5
बजे के आस-पास मूवमेंट होने लगा, जिसके बाद सभी ने थोड़ी राहत की सांस
ली। लोगों ने बताया कि राहुल के पिता लाला साहू ने घर की बाड़ी में बोर खुदवाया था।
वह बोर फेल हो गया था। इसके बाद बिना केसिंग डाले ही बोर को खुला छोड़ दिया गया।
राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2
साल छोटा है। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर था। जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था।
पिता की गांव में बर्तन दुकान है।
कटक और बिलासपुर से NATIONAL
DISASTER RESPONSE FORCE (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम
मौके पर मौजूद हैं| कोरबा,रायगढ़
से भी मशीने देर रात पहुंच गई थीं। आसपास के एरिया में बैरिकेडिंग की है। रात को
पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा स्वास्थ्य अधिकारियों और
एम्बुलेंस की टीम को तैनात किया गया है। ऑक्सीजन सिलेंडर अतिरिक्त तौर पर रखा गया
है। CCTV से कलेक्टर सहित अधिकारी नजर रखे हुए हैं। रात
में बच्चे को खाने के लिए केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी
गई थी।