रायपुर | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों की गौरवशाली संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में आदिवासियों की आस्था और श्रद्धा के केन्द्र देवगुड़ी के जीर्णोद्धार और परिसर के सौन्दर्यीकरण तथा बुनियादी सुविधाओं के विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा देवगुड़ी के विकास के लिए 5 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की जाती है।
मुख्यमंत्री बघेल ने आज भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान बीजापुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत आवापल्ली की देवगुड़ी में आयोजित कार्यक्रम में बीजापुर जिले के 2 विकासखण्ड आवापल्ली (उसुर) व भोपालपट्टनम की 40 देवगुड़ियां के जीर्णोंद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करने के अवसर पर देवगुड़ी के पुजारियों और ग्रामीणों से चर्चा करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। इन देवगुड़ियों में कराए जा रहे कार्यों की लागत 4.46 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री ने देवगुड़ी परिसर में आम का पौधा भी रोपा। इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोकसभा सांसद दीपक बैज, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री
ने इस अवसर पर आवापल्ली के माँझीपारा स्थल पर स्थित देवगुड़ी के दर्शन किये।
उन्होंने यहाँ देवगुड़ी में विराजी माता निलउँगा व मड़वी देवी के दर्शन कर प्रदेश की
सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। पेरमा, वड्डे
(पुजारी) द्वारा विधि-विधान से पूजा अर्चना कराई गई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर
पुजारियों के साथ मुलाकात की। जिसमे माँझीपारा, मड़वी
पारा, आवापल्ली, तिमापुर और इलमिड़ी ग्राम से आये पुजारी
शामिल हुए। मुख्यमंत्री बघेल का आवापल्ली के माँझीपारा स्थित देवगुड़ी पहुंचने
पर ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ ढोल, तबला, मोहरी के बाजे-गाजे व रैला पाटा गाने की धुन पर दोरला नृत्य के साथ
स्वागत किया गया।