रायपुर|प्रदेश की राजधानी रायपुर में तेलीबांधा के पास रहने वाले सतनामी समाज के गंगा प्रसाद मारकंडे ने पिछले 4 से 5 महीने में मानसिक रूप से प्रताड़ित होने पर खुदकुशी कर ली|
गंगा प्रसाद मारकंडे को न्याय दिलाने के उद्देश्य से पहुंचे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा प्रदेश अध्यक्ष लाखन सिह गोंड ने बताया कि गंगा प्रसाद मारकंडे को पिछले 4 से 5 महीने से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था|उन्होंने कहा कि हमारे सतनामी समाज के गंगा प्रसाद मारकंडे को पिछले 4 से 5 महीने में मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जिनकी जमीन और मकान को डरा धमकाकर छीनने का प्रयास किया गया और परिवार वालों को जातिगत गाली गलौज करके धमकाया गया जिस वजह से गंगा प्रसाद मारकंडे मानसिक रूप से टूट चुके थे इस वजह से उनको आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा इस आत्महत्या की घटना को हम क्या कहेंगे क्योंकि आज राजधानी रायपुर के बीच शहर में ऐसी घटना हो रही है| गुंडाराज चल रहा है यह बड़ा दुख का विषय है आज राजधानी रायपुर में मारकंडे परिवार को जगमीर गरचा एवं आकाशदीप गील जो कि कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रदेश उपाध्यक्ष है उनके साथियों के द्वारा बहुत ही प्रताड़ित किया गया आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया जानबूझकर बीच रास्ते में परेशान किया जाता था|उनके पूरे परिवार को घर के बेटी महिला लोगों को अभद्र बातें कहकर अभद्र व्यवहार किया जाता था| स्थानीय शासन प्रशासन को अवगत कराने पर मदद नहीं मिल पाने पर मानसिक रूप से टूट चुके थे| इन सब घटनाओं से तंग आकर आत्महत्या कर ली इस दुख की घड़ी में हमारी गोड़वाना गणतंत्र पार्टी मारकंडे परिवार के साथ खड़ी है जब तक न्याय नहीं मिलेगी तब तक दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करवाई जाएगी|
कलार महासभा प्रदेश अध्यक्ष विजय जयसवाल ने बताया कि आज हमारी राजधानी रायपुर में और पूरे छत्तीसगढ़ में एसटी एससी ओबीसी समाज को एक होकर मारकंडे परिवार के लिए आवाज उठानी पड़ेगी तभी इनको न्याय मिल सकता है|
आदिवासी महिला युवा प्रकोष्ठ गरियाबंद जिला प्रदेश अध्यक्ष सुरभि ध्रुव गोंड ने बताया कि गंगा प्रसाद मारकंडे की आत्महत्या नहीं हत्या हुई है जोकि उन्होंने अपने आत्महत्या के पहले सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा है| जिस आधार पर इसे हम हत्या कह सकते हैं| आज बड़ा दुख का विषय है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इतनी बड़ी घटना घटित हो गई और हमारे राज्य के नेता मंत्री विधायक सब मुखबधीर मौन बैठे हुए हैं|आज हमारे बहुसंख्यक समाज के साथ छत्तीसगढ़ में शोषण अत्याचार दूर व्यवहार हो रहा है पर शासन प्रशासन की चुप्पी समझ में नहीं आती| कहीं भी हमारी आदिवासी सतनामी समाज की सुनवाई नहीं हो रही है इस प्रकार के व्यवहार से शासन प्रशासन के आदिवासी सतनामी समाज परेशान है| ऐसे में तो धीरे धीरे आदिवासी सतनामी बहुसंख्यक समाज खत्म होने के कगार पर आ जाएगी क्योंकि हम मूलवासियों की जल जंगल जमीन छीना जा रहा है दूसरी तरफ पूंजी पतियों को छत्तीसगढ़ के जल जंगल जमीन को बेचा जा रहा है और हम आदिवासी सतनामी समाज के साथ आए दिन घटना घट रही है| जब तक मारकंडे परिवार को न्याय नहीं मिलता हमारा आदिवासी संगठन और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सर्व समाज और तमाम समाजिक संगठन के द्वारा लड़ाई लड़ी जाएगी|
उक्त समय में सभ्यता फाउंडेशन प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा,छत्तीसगढ़ एकता मंच प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव, परमेश्वर लहरें समाज सेवक छत्तीसगढ़, पीआर खूटे दुर्ग, धर्मेंद्र साहू धमतरी, कमलेश सिंह महासमुंद, रजनीशधर डिवॉन बलौदाबाजार, राजेंद्र जयसवाल रायगढ़, संजय जांगड़े कोरबा, आशीष साहू, रायगढ़ प्रतीक देवांगन बिलासपुर उपस्थित थे|