बिगड़े बांस वनों के सुधार योजना: बंसोड़ों, पानबरेजा परिवारों और हस्तशिल्प कारीगरों को मिलेगा लाभ




रायपुर| 
वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संचालित बिगड़े बांस वनों के सुधार योजना के अंतर्गत प्रदेश में तीन वर्षों के दौरान 73 हजार 795 हेक्टेयर रकबा में सुधार का कार्य किया गया है। योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में 78 करोड़ 17 लाख रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। इससे बिगड़े बांस के वनों में सुधार कार्य को काफी गति मिलेगी।

बिगड़े बांस वनों के सुधार योजना के अंतर्गत प्रदेश के बंसोड़ों, पानबरेजा परिवारों एवं बांस का काम करने वाले हस्तशिल्प कारीगरों को अधिक मात्रा में अच्छा बांस उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वन एवं वनेत्तर क्षेत्रों में बिगड़े बांस वनों का सुधार तथा बांस रोपण का कार्य कराया जाता है। इसके तहत बिगड़े बांस वनों में गुथे हुए बांस के भिर्रों की सफाई कराकर मिट्टी चढ़ाई का कार्य किया जाता है, जिससे अच्छे करले प्राप्त होते है और बांस वनों की उत्पादकता में वृद्धि भी होती है। योजना के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में 30 हजार हेक्टेयर तथा वर्ष 2020-21 में 28 हजार 972 हेक्टेयर रकबा में बिगड़े बांस वनों का सुधार कार्य किया गया है। इसी तरह वर्ष 2021-22 में माह दिसंबर तक 14 हजार 823 हेक्टेयर रकबा में बिगड़े बांस वनों का सुधार कार्य हुआ है।

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