कबीरधाम/ छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक धान की खरीदी हुई। अब धान खरीदी के कार्य को बंद हुए 32 दिन पूर्ण हो गए हैं। इस बीच बे मौसम बारिश से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी प्रभावित भी हुई है। करीब आठ से दस दिन तक बे मौसम बारिश धान खरीदी में आड़े आया , फिर भी खरीदी की प्रक्रिया जारी रहा। लेकिन कई ऐसे उपार्जन केन्द्र है जहां धान की खरीदी तो हुई है परंतु उठाव अभी भी नहीं हो पाया है।
जी हां, हम बात कर रहे है कबीरधाम जिले के पंडरिया तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव कुआमलगी उपार्जन केंद्र की। जहां, धान का उठाव नहीं हो पाने से धान खरीदी केंद्र के प्रभारी बहुत परेशान और चिंतित है। The फायर News से चर्चा करते हुए प्रभारी ने बताया कि धान का उठाव नहीं हो पाया है जिससे कई समस्याएं पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी आठ हजार क्विंटल धान का उठाव नहीं हुआ है। जिसमें से मोटा धान 3190.34 क्विंटल, पतला धान 102.39 क्विंटल और सरना धान 122 क्विंटल है। उन्होंने इस मामले पर 15 दिन पहले खाद्य विभाग, उप पंजीयक, नोडल अधिकारी और डीएमआे से बात किया तो उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सब जगह यही हाल है, धीरे-धीरे धान उठेगा।
प्रभारी ने आगे बताया कि, धान नहीं उठने से एक लेयर पूरा खराब हो गया है और धूप की वजह से सुख रहा है। TO कटा है 3490 क्विंटल का लेकिन परिवहन के लिए गाड़ी नहीं हो पा रहा है।
अब सवाल यह है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा? अभी भी कई ऐसे उपार्जन केन्द्र है जहां समय रहते धान का उठाव नहीं हो पा रहा है। जिससे धान खराब और सुख रहा है। इसमें कहीं न कहीं विपणन अधिकारी की लापरवाही को इंगित करता है।
वहीं, जब इस विषय पर विपणन अधिकारी टिकेंद्र राठौर से बात किए तो उन्होंने कहा कि अभी 90 फीसदी उठाव हो चुका है और आगे 31 मार्च तक पूर्ण उठाव कर लिया जाएगा।