कवर्धा| अंतर्राष्ट्रीय विश्व महिला दिवस के अवसर पर समाज के वरिष्ठ महिलाओं का सम्मान कार्यक्रम शहर के वार्ड क्रं.16 स्थित सामाजिक भवन में रखा गया। आल इंडिया धनगर समाज महासंघ की प्रदेशाध्यक्ष रानी लक्ष्मी पाली की अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद अशोकसिंह की उपस्थिति में लोकमाता अहिल्या देवी की पूजा अर्चना पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में समाज की वीरांगना मातृशक्तियों को प्रेरणाप्रद गाथाओं की जानकारी से रूबरू कराया गया।
प्रदेशाध्यक्ष रानी लक्ष्मी पाली ने अपना उद्बोधन चंद पक्तियों के साथ प्रारंभ किया "चूड़ी को कमजोर ना समझो...चूड़ी की ताकत को समझो। नारी अबला नहीं सबला है..महिलाएं आज अपने जीवन में पुरुषों से भी ज्यादा जिम्मेंदारियों का निवर्हन करती है। पुरूष अपना भाग्य नियंत्रित नहीं करते, उनके जीवन में मौजूद महिलाएं उनके लिए ये काम करती है। महिलाएं ही समाज की वास्तविक वास्तुकार होती है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद अशोकसिह ने अपने उद्बोधन में कहा,"ईश्वर के बाद हम सबसे अधिक क़र्ज़दार महिलाओं के हैं,पहले तो स्वयं अपने जीवन के लिए और फिर इस जीवन को जीने योग्य बनाने के लिए। महिलाएं इसलिए अधिकार चाहती हैं कि उनका सदुपयोग करें और पुरूषों को उनका दुरूपयोग करने से रोके।"
उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद सिह द्वारा समाज की महिला मितानिन उर्मिला पाली,प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नत शिक्षिका जया (रीनू) पाली तथा आल इंडिया धनगर समाज महासंघ प्रदेशाध्यक्ष के पद पर पदासीन रानी लक्ष्मी पाली को सम्मानित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पार्षद सिंह द्वारा समाज के महिलाओं को प्रभातफेरी हेतु माईक एवं साउंड़ बाक्स भेंट स्वरूप प्रदान किया।
उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में क्रमशः सुरेखा पाली,रामेश्वरी पाली,मधु, मेघा, कला, सुनीता,रमेशरी एवं कली पाली की विशेष सहयोग रही।