फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की कांग्रेस ने की आलोचना, कहा- जम्मू-कश्मीर में मारे गए पंडितों से ज्यादा संख्या मुस्लिमों की.....


तिरुवनन्तपुरम
| हाल ही में रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्सइन दिनों देशभर में छाई हुई है। अपनी रिलीज के साथ ही यह फिल्म कई रिकॉर्ड कायम करती नजर आ रही है। सिनेमाघरों में दस्तक देने से पहले ही कई तरह के विवादों में घिरी द कश्मीर फाइल्सलोगों के बीच काफी समय से चर्चा का विषय बनी हुई है।हरियाणा समेत कुछ राज्यों ने फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया है| लेकिन इस बीच केरल कांग्रेस ने फिल्म की आलोचना की है|

केरल कांग्रेस ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर में मारे गए पंडितों से ज्यादा संख्या तो मुस्लिमों की रही है| कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि वे आतंकवादी थे जिन्होंने कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया| साल 1990 से लेकर 2007 के बीच के 17 सालों में आतंकवादी हमलों में 399 पंडितों की हत्या की गई| इसी समय आतंकवादियों ने 15 हजार मुसलमानों की हत्या कर दी|

अपने ट्वीट में आगे लिखते हुए कांग्रेस ने कहा कि घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन के निर्देश पर हुआ था, जो कि आरएसएस के आदमी थे| कांग्रेस ने आगे लिखा कि कश्मीरी पंडितों का पलायन बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार के समय में शुरू हुआ था| बीजेपी के समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार दिसंबर 1989 में सत्ता में आई| पंडितों का पलायन उसके ठीक एक महीने बाद से शुरू हो गया| कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने इस पर कुछ नहीं किया और नवंबर 1990 तक वीपी सिंह सरकार को अपना समर्थन देती रही| कांग्रेस ने दावा किया कि यूपीए सरकार ने जम्मू में कश्मीरी पंडितों के लिए 5242 आवास बनवाए| इसके अलावा पंडितों के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी, इसमें पंडितों के परिवार के छात्रों को स्कॉलरशिप और किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शामिल थीं|

कांग्रेस की तरफ से किए गए सिलेसिलेवार कई ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया| लोगों ने कांग्रेस के कई तीखे सवाल पूछे| इसके बाद ये ट्वीट कांग्रेस ने डिलीट कर दिया|