कवर्धा। जिला मुख्यालय से तकरीबन 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कुण्डा में इन दिनों अवैध शराब की बिक्री के साथ- साथ सट्टा खाईवाली का काम जोरों पर चल रहा है। कुण्डा व आस पास के गांव में दिनोंदिन पनपते इस गोरखधंधे के पीछे लोग पुलिस की कार्यप्रणाली को दोषी ठहरा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि गांव के गली मोहल्लों तथा सार्वजनिक स्थानों पर खुलेआम चल रही अवैध शराब व सट्टा खाईवाली की दुकानों से न केवल गांव का माहौल खराब हो रहा है बल्कि इससे युवा पीढ़ी व स्कूली बच्चे भी नशे व सट्टे आदि की लत में पड़कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि कुण्डा थाना व पुलिस को इस काले कारनामे के बारे में पता न हो जानकारी होने के बावजूद इस गोरखधंधे को चलाने वालों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बता दें, कि बीते कुछ समय से स्थानीय पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के चलते गांव के बस स्टैंड व ठेले खुमचों में अवैध रूप से शराब बेचने के साथ-साथ सट्टा खाईवाली की दुकानों को बिना किसी की रोकटोक के चलाया जा रहा है। इस धंधे को करने वाले लोग दिन दोगुनी और चौगुनी कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस की सह पर आस पास के गांव में अवैध शराब बिकने के साथ-साथ सट्टा खाईवाली का काम जोरों पर चल रहा है। इस क्रम में पुलिस व एसपी को बार- बार शिकायत देने के बावजूद इस गोरखधंधे पर नकेल नहीं कसी जा रही है। इससे क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांव में ही संचालित सट्टा खाईवाल की दुकानों में भी अब मोबाइल, वाट्सएप और इंटरनेट के जरिए लाखों रुपये की गेम का अदान-प्रदान किया जा रहा है।