कबीरधाम जिले में प्रशासन तुहर द्वार पहल शुरू,पंचायत स्तर पर होगी अब राजस्व मामलों की सुनवाई

 


कवर्धा। कबीरधाम जिले के सूदूर एवं दुर्गम बसाहवट ग्राम पंचायत और आदिवासी बैगा बाहूल्य बोड़ला-पंडरिया विकासखण्ड सहित कवर्धा और सहसपुर लोहारा के वनांचल ग्राम पंचायतों के लिए अच्छी खबर है। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के मंशानुरूप कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के निर्देश पर जिले के सभी ग्राम पंचायतों में राजस्व संबंधित लंबित मामलों का निराकरण करने के लिए संबंधित तहसीलदार, नायाब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और हल्का पटवारी की उपस्थिति में प्रशासन तुहर द्वार की तर्ज कर राजस्व शिविर लगाई जा रही है। जिले के सभी तहसीलों में एक माह तक ग्रामवार एक दिवसीय राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस राजस्व शिविर में राजस्व संबंधित किसानों के अविवादित नामांतरण, अविवादित बटवारा, सीमांकन, ऋण पुस्तिका, अभिलेख,त्रृटि सुधार, आय जाति, निवास प्रमाण पत्र आरबीसी के तहत आर्थिक सहायता के प्रकरण आदि से संबंधित आवेदन पत्र लिए जाएंगे। प्राप्त आवेदनों पत्रां का नियमानुसार मौके पर ही निराकरण संबंधित राजस्व अधिकारी के द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर के निर्देश पर शिविर तिथि से पहले निर्धारित ग्राम पंचायतों में राजस्व शिविर संबंधित मुनादी कराने के लिए कहा है,ताकि संबंधित ग्राम पंचायतों के किसानों को इसकी जानकारी मिल सके और मौके पर उपस्थित होकर अपनी राजस्व से जुडे़ समस्याओं को अधिकारियों को बता सके।



कलेक्टर शर्मा की पहल पर अब जिलेवासियो को उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान मिल जाएगा। जिला प्रशासन के तहसील स्तर के अधिकारी-कर्मचारी अब ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए गांव-गाव तक पहुचेंगे। तहसीलवार सभी ग्राम पंचातयों में बारी-बारी से राजस्व शिविर का लगाई जाएगी।


इस राजस्व शिविर में राजस्व संबंधित किसानों के अविवादित नामांतरण, अविवादित बटवारा, सीमांकन, ऋण पुस्तिका, अभिलेख,त्रृटि सुधार, आय जाति, निवास प्रमाण पत्र आरबीसी के तहत आर्थिक सहायता के प्रकरण आदि से संबंधित आवेदन पत्र लिए जाएंगे।