कवर्धा- बिलासपुर कवर्धा राष्ट्रीय राज मार्ग पर शराब भट्टी खोले जाने के विरोध में स्थानीय नंदी विहार कालोनी की महिलाएँ लगातार 14 दिनों से आंदोलन रत है । सरकार और प्रशासन के असंवेदनशील रवैये से कालोनी वासी दुःखी और नाराज भी है लेकिन बदलते मौसम और कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच भी महिलाओं का हौसला बुलन्द है । लगातार दो दिन से हो रहे बारिस और ठंड के बीच भी शराब भट्टी के सामने धरना दे रही है महिलाएँ साथ ही भट्टी के विरोध में भाजपा के कार्यकर्ता भी लगातार इस आंदोलन में कालोनी वासियों का साथ दे रहे है ।
यहाँ बताना लाज़मी होगा शराब भट्टी का स्थान परिवर्तन कर बिलासपुर रोड पर भट्टी संचालन किया जा रहा है जिसके खुलने की सूचना मिलते ही कालोनी वासियों ने दुर्घना की संभावना और कालोनी के आसपास माहौल खराब होने का हवाला देकर इसका लगातार विरोध कर रहे है । करीब 5 बार से अधिक कलेक्टर एवं पंडरिया विधायक से मिलकर कालोनी की महिलाओं ने शराब भट्टी अन्यत्र संचालित करने का आग्रह किया पर जिद्द में अड़ी प्रशासन ने काँग्रेस के पार्षद को लाभ देने लोगो की माँगो को दरकिनार कर दिया तब से अब तक निरंतर महिलाएँ आंदोलन रत है ।
शराब भट्टी हटाने के लिए विरोध के दौरान ही चार दुर्घटना में दो लोगो की मौत भी भट्टी के सामने हो चुकी है फिर भी प्रशासन ने आंदोलन रत लोगो से बात तक करना जरूरी नही समझा ।इससे पहले 31दिसम्बर व 1 जनवरी चक्का जाम भी किया गया था ।
पूरे घटना क्रम में कालोनी की महिलाओं का कहना है सरकार व प्रशासन में बैठे गैर जिम्मेदार लोगों की कार्यशैली देख कर इनके अकर्मण्यता पर तरस आता है सभ्य घरों की महिलाएँ लगातार शराब भट्टी के सामने असामान्य व असहज होते हुए बैठी है पर भी प्रशासन को फर्क नही पड़ता । ये महिला सम्मान की बात करने वाली सरकार क्या ऐसे ही महिलाओं का सम्मान करती है । उनका कहना है हमने कल फिर चक्का जाम करने का निर्णय लिया है सरकार पहले ही हम पर एफ आई आर कर चुकी है अब देखते हैं और क्या क्या दमन सरकार एक भट्टी के लिए करेगी । शराब भट्टी बंद होने तक हमारा आन्दोल जारी रहेगा पानी गिरे या बर्फ हमारा हौशला और ऊर्जा कम नही होगा ।