रायगढ़, 08 दिसम्बर 2021
रायगढ़ जिले के ब्लॉक खरसिया बरगढ़ राज में ईश्वर महा गौरा गौरी एवं छत्तीसगढ़ परम्परागत लोककला एवं संस्कृति महोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़िया सर्व समाज एवं छत्तीसगढ़ एकता मंच के द्वारा यह आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ के बहुत से समाज से जुड़ी संस्कृति को एक मंच में लाने का काम किया गया। आपको बता दें कि यह छत्तीसगढ़ में पहला कार्यक्रम होगा जहां एक मंच पर ईश्वर महागौरा गौरी महोत्सव, शौर्य राउत नृत्य महोत्सव, पंथी नृत्य महोत्सव, कर्मा नृत्य महोत्सव एवं रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जो कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति का मुख्य हिस्सा है।
इस आयोजन में 5 लाख रुपये से ज्यादा का पुरस्कार वितरण किया गया जिसमें क्रमशः प्रत्येक विधा में प्रथम पुरस्कार 50 हज़ार, द्वितीय पुरस्कार 25 हज़ार, तृतीय पुरुस्कार 10 हज़ार एवं 10 टीमों को 2-2 हज़ार रुपए सांत्वना पुरुस्कार दिया गया। इसके साथ ही रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम 10 हज़ार, द्वितीय 5 हज़ार, तृतीय 3 हज़ार, चतुर्थ 2 हज़ार और पांचवा 1 हज़ार एवं 12 लोगों को 500-500 सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ पुरुस्कार 1 लाख दिया जाना शेष है। सर्वश्रेष्ठ के लिए 14 दिसंबर को पुनः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय आने वाली सभी विधा की टीमें फिर से अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को 1 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इस कार्यक्रम को देखकर ऐसा लगता है मानो बहुत सारे समाज और संगठनों को एक मंच में लाने का कार्य छत्तीसगढ़िया सर्व समाज एवं एकता मंच ने किया, जो कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति को ध्यान में रखकर किया गया।
इस 4 दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रत्येक दिन 25 से 30 हज़ार लोग इस आयोजन में शामिल हुए। वहीं अंतिम दिवस पर भव्य बाइक रैली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की सक्ति कंचनपुर गोंडवाना भवन से बरगढ़ राज कार्यक्रम स्थल तक रही जो कि राजनितिक चर्चा का विषय रहा। इसके साथ ही जिले में समापन (अंतिम) दिवस के दिन लगभग एक लाख लोगों की विशाल संख्या में शामिल रहे।
यह खास बात है इस कार्यक्रम में हर वर्ग जाति समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे जहां छत्तीसगढ़ी फिल्मों का प्रमोशन किया गया। जिसमें प्रेम युद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म के कलाकार सामिल हुए और मंच से अपना प्रमोशन किए और छोटे बड़े सभी अलग-अलग समाज के लोग जो अपने-अपने समाज का नेतृत्व करते नज़र आये। साथ ही प्रदेश के नेतागण भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में यहां प्रथम दिवस पर कांग्रेस सरकार से स्थानीय मंत्री उमेश पटेल के अलावा कांग्रेस और बीजेपी के नेतागण कार्यक्रम में राजनीति से कोसों दूर थे। जहां छोटे-बड़े सभी समाज से प्रमुख लोग व समाजिक संगठन प्रदेशभर से उपस्थित रहे। सामाजिक विचारधारा वाले लोग जैसे- किसान कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष पप्पू यादव, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल, वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिताजी नंद कुमार बघेल साथ ही अंतिम दिवस में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम की उपस्थिति दर्ज कराना और सक्ति में रैली कर अपना ताकत दर्ज कराना अभूतपूर्व योगदान रहा है।
राजनीतिक विशेषज्ञों के द्वारा इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को अलग-अलग राजनितिक मायने निकाले जा रहे हैं। जिसके मुख्य सूत्र धार रहे छत्तीसगढ़ कलार महासभा अध्यक्ष और कार्यक्रम के महा संरक्षक विजय जायसवाल जो कि रायगढ़ जिले और खरसिया विधानसभा की राजनीति में बहुत ही अहम भूमिका निभाते है। वर्तमान में उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य जीत कर आई है वहीं चंद्रपुर डभरा निवासी एकता मंच युवा प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव जो कि पूर्व में सक्ति विधान सभा चुनाव लड़ चुके और अपनी राजनितिक मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं और यादव समाज में प्रदेश के साथ पूरे देश में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं इसके साथ ही छत्तीसगढ़ एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष भी है।आदिवासी समाज के युवा नेतृत्व करने वाले लाखन सिदार जो की प्रदेश में बहुत कम समय में अच्छी खासी राजनितिक जगह बना लिए और अभी वर्तमान में कांग्रेस छोड़ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में शामिल होकर उच्च पद प्राप्त कर युवा कार्यकारणी प्रदेश अध्यक्ष बने है। इन तीनों की तिकड़ी को देखते हुए आने वाले समय में राजनीतिक उथल-पुथल देखने को छत्तीसगढ़ में मिल सकती है।
यह आशंका जताई जा रही है की छत्तीसगढ़िया सर्व समाज एवं छत्तीसगढ़ एकता मंच का पहला कार्यक्रम अपने दमखम में सफल करा लिया जिसमें खास बात यह रही की मुख्य अतिथि के तौर पर किसी भी बड़े राजनेता को नहीं बुलाया गया। यह इस कार्यक्रम में बहुत बड़े मेले का भी आयोजन किया गया जिसमें बड़े झूले, मौत कुआं, सर्कस जैसे मीना बाजार, हाट बाजार काफी विशाल रूप में रहा। यह कार्यक्रम पूर्ण रुप से छत्तीसगढ़ की लोककला संस्कृति को लेकर किया गया।