मंत्री अकबर के चहेते ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में बरती जा रही है घोर लापरवाही, गृह मंत्री के आदेशों की भी अवहेलना


संजय यादव "द फायर NeWs"
कवर्धा। जिले में सड़क व भवन निर्माणों में ठेकेदारों द्वारा जमकर लापरवाही बरती जा रही है। सड़के महिने भर में ही उखड़ जाती है तो भवनों में पखवाडे़ भर में दरारें आ जाती है। इसके बावजूद ठेकेदारों पर किसी भी तरह कार्रवाई नहीं होती। जिसके चलते घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों के हौसले बुलंद होते जा रहा है।

हाल ही में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक ली है। जिसमें निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद जिले में सड़क निर्माण से लेकर भवनों के निर्माण में जमकर लापरवाही बरती जा रही है और मंत्री के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। दरअसल जिले के पंडरिया ब्लॉक के सुदूर वनांचल क्षेत्र कुकदूर को मध्यप्रदेश के वनांचल एरिया बजाग को जोड़ने वाले राज्य मार्ग के बुरे हालातों से लगभग छत्तीसगढ़ का प्रत्येक व्यक्ति वाकिफ है । यह वही मार्ग है जो पहाड़ो के बीचों बीच से गुजरते हुए सीधे छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वन संपदा से परिपूर्ण जिले डिंडोरी और कबीरधाम को आपस में जोड़ता है । छत्तीसगढ़ से दर्शनीय स्थल अमरकंटक पहुंचने के लिए यह मार्ग अति सुगम और पास है , और मध्यप्रदेश के साथियों के दर्शनीय स्थल खजुराहो भोरमदेव पहुंचने एक करीबी रास्ता है । लेकिन हैरत की बात ये है कि इस रास्ते से अगर आप अपनी नई चमचमाती कार से सफर करना चाहें तो आपकी कार का अंतिम संस्कार होने में शायद बहुत कम समय ही लगेगा । दरअसल व्यापार की दृष्टी से सबसे बेहतर विकल्प होते हुए भी यह मार्ग अत्यधिक जर्जर और जोखिम भरा है ।
हालिया जानकारी के अनुसार इस मार्ग के पुनः निर्माण के लिए लगभग 125 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृति हुई है , टेंडर पास हुआ है । लेकिन व्यथा यह है कि जिसे इस रोड को बनाने का जिम्मा मिला है । वह इस मार्ग को मजबूत बनाने के बजाय , घटिया सामग्री का शुरुआती समय से ही इश्तेमाल करना शुरू कर राज्य मार्ग के निमार्ण में लापरवाही बरत रहा है ।

जैसा कि हमने आपको बताया कि यह हिस्सा राज्य मार्ग क्रमांक एस एच फाइव वनांचल क्षेत्र में जंगलों के बीच से गुजरता है । लिहाजा ठेकेदार द्वारा क्षेत्र की जनता की खामोशी का फायदा उठाया जा रहा है । एक अच्छी सड़क के निर्माण के लिए उसके आधार (बेस) का बेहतर होना अत्यधिक जरूरी होता है । जिसके लिए गहरी खुदाई कर सड़क में मुरम , गिट्टी , आदि मटेरियल  डाला जाता है । लेकिन  ठेकेदार द्वारा लापरवाही करते हुए  ऊबड़ खाबड़ रोड के ऊपर से ही मुरुम की जगह सामान्य मिट्टी डालकर पैसे बचाने की कोशिश की जा रही है और क्षेत्र के भोले भाले लोगों को सालों इन्तेजार के बाद मिलने वाली स्वस्थ सड़क के हक के साथ सौदेबाजी की जा रही है जो कि बिल्कुल भी उचित कदम नहीं है ।

कुकदूर क्षेत्र के लोगो का कहना है कि इस रास्ते से हाल में ही कलेक्टर अवनीश कुमार शरण गुजरकर कुकदूर वनांचल के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे । उसके बाद भी उनकी नजर राज्य मार्ग के निर्माण में प्रयोग किये जाने वाले सामान्य मिट्टी और गलत तरीके से मार्ग निर्माण के तरीके में नहीं पड़ी । ममता चंद्राकर विधायक भी इस रास्ते से हमेशा गुजरती रहती हैं , वह भी उक्त कार्यक्रम में पहुंची थी बावजूद उनका भी ध्यान इस तरीक़े से मार्ग निर्माण में हो रही लापवाही पर नहीं जा रही है । भाजपा के राज्य में शासन के समय से खंडित राज्य मार्ग का उचित तरीक़े और सही मटेरियल के बगैर निर्माण का होना क्षेत्र की जनमानस के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है । जनता के बीच से यह भी बाते आ रही हैं कि परिवहन मंत्री उनके जिले का होने के बाद भी इस तरह के हालात राज्य मार्ग के निर्माण में कैसे बन गए । क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की ओर से भी राज्यमार्ग के उचित निर्माण के लिए किसी भी तरह की पहल नहीं की जा रही है । जनता को लगने लगा है कि पुनः एक बार कमजोर सड़क का निर्माण कर उन्हें इश्तेमाल के लिए सौंप दिया जाएगा । जिसकी लाइफ ज्यादा लंबी नहीं होगी और इसी तरह के जर्जर मार्ग में चल उन्हें ज़िन्दगी बितानी पड़ेगी । अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन जागरूक हो जनता की मदद के लिए आगे आएगा या फिर दोबारा सड़क कम समय में बेहाल होने तैयार की जाएगी

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